स्वतंत्र पैनल करे कारगिल युद्ध की जांच’

लाहौर: वर्ष 1999 में हुए करगिल युद्ध के बारे में सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों के खुलासे के बाद पाकिस्तान की मुख्य विपक्षी पार्टी पीएमएल-एन ने इस युद्ध की परिस्थितियों की जांच के लिए एक स्वतंत्र न्यायिक आयोग के गठन की मांग तेज कर दी है। सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों ने हाल ही में खुलासा किया है कि कारगिल युद्ध पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के दिमाग की उपज था। पंजाब के मुख्यमंत्री और पीएमएल-एन के एक वरिष्ठ नेता शाहबाज शरीफ ने कहा ‘कारगिल पर विलंब किए बिना एक न्यायिक आयोग का गठन किया जाना चाहिए ताकि सच लोगों के सामने आ सके।’

पीएमएल-एन के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई शाहबाज शरीफ ने कहा कि करगिल युद्ध में अपनी भूमिका को लेकर मुशर्रफ लगातार झूठ बोलते रहे हैं। एक बार फिर करगिल युद्ध चर्चा में आ गया क्योंकि लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) शाहिद अजीज ने दावा किया है कि मुशर्रफ तथा तीन अन्य जनरलों ने इस पूरे अभियान की साजिश रची और उसे अंजाम दिया जबकि अन्य सैन्य कमांडरों को अंधेरे में रखा गया। अजीज वर्ष 1999 में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की विश्लेषण शाखा के प्रमुख थे।

मुशर्रफ के एक अन्य पूर्व सहायक कर्नल (सेवानिवृत्त) अशफाक हुसैन ने कहा कि सैन्य शासक ने हेलीकॉप्टर से नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय भूभाग में पाकिस्तानी सैनिकों के साथ एक रात बिताई थी। ये पाकिस्तानी सैनिक करगिल क्षेत्र में युद्ध शुरू होने से कई सप्ताह पहले भारतीय भूभाग में घुसपैठ कर चुके थे। शाहबाज शरीफ ने कहा कि इन दिनों आत्मनिर्वासन में लंदन और दुबई में रह रहे मुशर्रफ को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा ‘पाकिस्तान को बर्बाद करने के जिम्मेदार मुशर्रफ हैं और इतिहास कभी उन्हें माफ नहीं करेगा।’ शरीफ ने कहा ‘मुशर्रफ पाकिस्तान को बर्बाद करने के संदर्भ में याद किए जाएंगे। उन्होंने पाकिस्तान को आत्मघाती हमलों और आतंकवाद की ओर धकेल दिया।’ उन्होंने कहा कि करगिल युद्ध की वजह से पाकिस्तान विश्व समुदाय में अकेला पड़ गया लेकिन नवाज शरीफ ने सेना को इस अभियान से समुचित तरीके से बाहर निकाला था। शाहबाज शरीफ ने कहा ‘मुशर्रफ के किए-धरे के बाद अलगाव से नवाज शरीफ ने पाकिस्तान को बचाया था।’ उन्होंने कहा कि करगिल युद्ध के बारे में सच केवल एक स्वतंत्र जांच से ही सामने आएगा।

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